हर लम्हा
तेरी ही याद है
क्या याद है..
कुछ याद नहीं।
याद है
तेरी खुशबू
मुझसे ही लिपटी
रहती है क्यूं
ये याद नहीं।
याद है
तेरा हर एहसास
तू दिल में है
नसीब में नहीं... ये
मुझे याद नहीं
याद है
मैं प्रीत हूं
सिर्फ तेरी हूं
हां बेशक...
मगर कयूं हूं
ना.....
अब ये याद नहीं।❤️❤️
वाह अति सुंदर 👌
ReplyDeleteWaa bhaut khub sundar post on the sheering link lajwab tariffe kabil👌🌹👌
ReplyDelete