तेरे हाथों में
प्रीत मेरी भी होगी
ये राज बताती तो
होंगी ये संधली लकीरें
तेरे इश्क़ से
बावस्ता तो है
मेरी मोहब्बत जाकर
ये मेरे आधे वजूद की
पूरी लकीरें।
ख़यालों में तुमने भी
देखी तो होंगी
कभी मेरे ख़्वाबों की
धुँधली लकीरें
तुम्हारी हथेली से
मिलती हैं जाकर
मेरे हाथों की
अधूरी लकीरें।❤️❤️
प्रीत मेरी भी होगी
ये राज बताती तो
होंगी ये संधली लकीरें
तेरे इश्क़ से
बावस्ता तो है
मेरी मोहब्बत जाकर
ये मेरे आधे वजूद की
पूरी लकीरें।
ख़यालों में तुमने भी
देखी तो होंगी
कभी मेरे ख़्वाबों की
धुँधली लकीरें
तुम्हारी हथेली से
मिलती हैं जाकर
मेरे हाथों की
अधूरी लकीरें।❤️❤️
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