मेरे आइने में
मेरा अक्स वही हो
ज़रूरी नहीं
पर उस अक्स में
वही प्यारी रूह बसे
ये बहुत ज़रूरी है।

भरी महफ़िल में
हम तन्हा ना हों
ज़रूरी नहीं
पर तन्हाई में भी
हम किसी की यादों की
महफ़िल में गुम हो जायें
ये बहुत ज़रूरी है।

प्रीत हर लम्हा
तेरे सीने से हो लिपटी
ज़रूरी नहीं
पर प्रीत तेरे सीने में
हरदम धड़के
ये बहुत ज़रूरी है।

मोहब्बत साथ हो
ज़रूरी नहीं
पर मोहब्बत
ज़िंदगी भर हो
ये बहुत ज़रूरी है।❤️❤️

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