लोग कहते हैं.....
दर्द सह कर
सुकूं ए राहत
मिल जाती है.....इक दिन
फिर..ज़ख़्म हर लम्हा
क्यों .. रिसते हैं?
सुना है लोगों से.....
दुख के बाद सुख
की घड़ी आती है.....इक दिन
फिर...शख़्स
सुख की तालाश में
क्यों ...भटकते रहते हैं?
लोग कहते हैं.....
मोहब्बत ख़ूबसूरत एहसास
रंग लाती है.....इक दिन
फिर....महबूब के हिजर् में
क्यों ....प्रीत तड़प बेनूर होती है?
लोगों से सुना है.....
सफ़र बेशक दुशवार हो
मंज़िल हासिल होती है...इक दिन
फिर.....प्रेमी बिन मंज़िल
क्यों....अधूरे रह जाते हैं?
लोग कहते हैं.....
मौत सबको आती है.....इक दिन
फिर....इंसा रोज़ रोज़
क्यों .....मरते हैं?❤️❤️
दर्द सह कर
सुकूं ए राहत
मिल जाती है.....इक दिन
फिर..ज़ख़्म हर लम्हा
क्यों .. रिसते हैं?
सुना है लोगों से.....
दुख के बाद सुख
की घड़ी आती है.....इक दिन
फिर...शख़्स
सुख की तालाश में
क्यों ...भटकते रहते हैं?
लोग कहते हैं.....
मोहब्बत ख़ूबसूरत एहसास
रंग लाती है.....इक दिन
फिर....महबूब के हिजर् में
क्यों ....प्रीत तड़प बेनूर होती है?
लोगों से सुना है.....
सफ़र बेशक दुशवार हो
मंज़िल हासिल होती है...इक दिन
फिर.....प्रेमी बिन मंज़िल
क्यों....अधूरे रह जाते हैं?
लोग कहते हैं.....
मौत सबको आती है.....इक दिन
फिर....इंसा रोज़ रोज़
क्यों .....मरते हैं?❤️❤️
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