जिसके हिस्से में
ख़्वाब आए हैं
यक़ीनन उसके हिस्से में
नींद का कारवाँ होगा।
जिसके हिस्से मे
दर्द का हो मुजसमां
यक़ीनन उसके हिस्से में
इश्क़ तो धड़कता होगा।
जिसके हिस्से में हो
एहसास ए वफ़ा
यक़ीनन उसकी रूह का हिस्सा
प्रीत से जुड़ा होगा।
जिसके हिस्से में
इंतज़ार तलब हो
यक़ीनन उसके हिस्से में
दीदार ए सनम ज़रूर होगा।
जिसके हिस्से में
रात आई है
यक़ीनन उसके हिस्से में
चाँद भी होगा।❤️❤️
ख़्वाब आए हैं
यक़ीनन उसके हिस्से में
नींद का कारवाँ होगा।
जिसके हिस्से मे
दर्द का हो मुजसमां
यक़ीनन उसके हिस्से में
इश्क़ तो धड़कता होगा।
जिसके हिस्से में हो
एहसास ए वफ़ा
यक़ीनन उसकी रूह का हिस्सा
प्रीत से जुड़ा होगा।
जिसके हिस्से में
इंतज़ार तलब हो
यक़ीनन उसके हिस्से में
दीदार ए सनम ज़रूर होगा।
जिसके हिस्से में
रात आई है
यक़ीनन उसके हिस्से में
चाँद भी होगा।❤️❤️
Waoooo. amazing..beautiful lines..superb..it's really hopeful for someone who lose hope in every aspect of life.great..��������
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